विदेश से 340 लोग आए, 27 गायब हो गए, तलाश के लिए पुलिस की अलग से एक टीम गठित

रायपुर. एक तरफ प्रदेश कोरोना से बचाव के लिए जूझ रहा है, तो दूसरी ओर विदेश से आए 27 ऐसे लोग प्रशासन को नहीं मिल रहे हैं, जिन्हें आइसोलेशन में रखना बेहद जरूरी है। पिछले 13 दिन में 340 लोग विदेश से रायपुर आए हैं। इनमें से 313 तक प्रशासन पहुंच गया है, उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया है। लेकिन बचे हुए 27 लोगों को गलत पतों की वजह से सरकारी अमला ढूंढ नहीं पाया है।


तलाश के लिए पुलिस की अलग टीम गठित


इनके बारे में यही पता नहीं है कि कहां और किस हालत में हैं, संक्रमित हैं या नहीं और किनके संपर्क में हैं। इन लोगों की वजह से प्रशासन इतने तनाव में है कि कलेक्टर ने इनकी तलाश के लिए पुलिस की एक अलग टीम उतारी है, ताकि शहर में किसी तरह का खतरा फैलने से पहले इन्हें ढूंढकर क्वारंटीन कर दिया जाए। 



राजधानी में 10 मार्च यानी होली के अगले दिन से ही पिकनिक के लिए निकले लोग विदेश तथा देश के अलग-अलग शहरों से यहां लौटना शुरू हुए। प्रशासन को अभी तलाश विदेश से लौटे लोगों की ही है। सोमवार तक आने वालों की संख्या 340 है, जिसमें से 313 लोगों नेे या तो खुद हेल्थ अमले से संपर्क कर लिया है, या फिर प्रशासन ने उन्हें ढूंढ लिया है। इन्हें अलग-अलग क्वारंटीन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर व होम आइसोलेशन में रख दिया गया है। लेकिन 27 से अभी किसी का संपर्क नहीं हो पाया है। हेल्थ अमला लगातार एयरपोर्ट व शासन से विदेश से आने वाले यात्रियों की लिस्ट से नाम व मोबाइल नंबर निकालकर उनसे संपर्क कर रहा है। लेकिन इन 27 लोगों से अब तक बात ही नहीं हो पाई है। इन लोगों ने खुद भी प्रशासन को कोई सूचना अब तक नहीं दी है। 



10 लोगों के आज 14 दिन पूरे


जिला हेल्थ अफसरों ने बताया कि 27 में 10 यात्री 10 मार्च को रायपुर पहुंचे थे। उन्हें मंगलवार को 14 दिन पूरे हो जाएंगे। इसके बावजूद ये लोग खतरे से बाहर हैं या नहीं, यह भी पता नहीं है। इनमें 17 एेसे यात्री हैं, जो अभी भी रायपुर में ही रह रहे हैं। इनके बारे में जो डाटा मिला है, उसमें गलत मोबाइल नंबर हैं, कुछ के पते भी गलत हैं। वहां टीम गई तो वे मिले ही नहीं। अब राज्य शासन ब्योरा ले रहा है।


 विदेश आए कुछ लोगों से संपर्क नहीं हो पाना बेहद संवेदनशील है। पुलिस खुद उनकी तलाश में लगी है। रिश्तेदारों के मोबाइल नंबर तलाश रहे हैं।  आरिफ शेख, एसएसपी रायपुर